हक़ की आवाज़/Hq Ki Awaz की औपचारिक घोषणा:-

नमस्कार दोस्तों, आज हम आप सबके सामने अपने सपने की रुपरेखा को रख रहें हैं, जिसकी नींव हमनें 21 सितंबर 2015 को रखी थी और अब जाके इसकी औपचारिक घोषणा कर रहें हैं क्योंकि हमें लग रहा है कि अब सही समय आ गया है, हमें अपनी बात को आप सबके सामने रखने का। जब हमनें इसके बारे में सबसे पहले विचार किया तो हमें डर लगा कि हम लोगों के सामने इसको कैसे रखेंगे, कैसे उन्हें समझायेंगे की इससे हम बहुत कुछ बदल सकते हैं, कैसे वो इसके साथ जुड़ेंगे, जुड़ेंगे तो क्यों? लेकिन गहन विचार-विमर्श करके, अब हम इसके बारे में पूछे जाने वाले सभी सवालों के जवाब देने में समृद्ध महसूस कर रहें हैं।

आप सब सोच रहे होंगे कि "हक़ की आवाज़ फाउंडेशन" काम क्या करेगा? इसके उद्देश्य क्या होंगे, तो हम आपको इसके मुख्य उद्देश्य से रूबरू करा रहें हैं, इसका मकसद यही है कि क्यों ना हम एक ऐसा संगठन बनाएं जो:-

(1) गरीब परिवारों और असमर्थ लोगों की सहायता करें।
(2) ग्रामीण लोगों के अधिकारों को सशक्त करने के लिए काम करें।​
(3) सरकारी/गैर-सरकारी योजनाओं के बारे में लोगों को बताएं।​
(4) कुछ चंदा एकत्रित कर समाज कल्याण हेतु लगाएं।​
(5) गांव/समाज में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाएं।​
(6) भ्रष्टाचारी पर कार्रवाई करना/करवाना।​
(7) लोगों को गुलामी की मानसिकता से बाहर निकालना।​
(8) छद्म(फालतू) गुणगान का बहिष्कार करना।​
(9) ग्राम/समाज विकास हेतु दूरदृष्टि कार्य करवाना जैसे:- लाइब्रेरी बनवाना इत्यादि।​
(10) सूचना का अधिकार(RTI) के तहत सूचना मांग कर भ्रष्टाचारीयों पर कार्रवाई करवाना।

आप सब को हमारे उद्देश्य से पता चल गया होगा कि हमारा यही मकसद है:- सब एक के लिए, एक सब के लिए।

हम आप सब से यही कहना चाहेंगे कि आज हर व्यक्ति अलग-थलग पड़ रहा है ओर समाज में एक संगठन की आवश्यकता है ओर उसी जरूरत को हक़ की आवाज़ फाउंडेशन पूरा करता है।

"हक़ की आवाज़ फाउंडेशन" की टैगलाइन ही यही है कि 'सोच कर सोचों, साथ क्या जाएगा' मतलब हम इस दुनिया में निर्वस्त्र आए थे ओर निर्वस्त्र ही जाएंगे। यहां कुछ रहेगा तो हमारे किए हुए अच्छे कर्म, जिन्हें सोचकर लोग आपको याद किया करेंगे।

किसी ने सच ही कहा है की...

मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है।
पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है।।

"हक़ की आवाज़ फाउंडेशन" का नाम और लोगो अपने आप में ही अलग है जो इसकी परिभाषा, कार्य और उद्देश्य को भी व्यक्त करता है।

हमारा यही मानना है कि जब तक आप अपने "हक़ की आवाज" नहीं उठाएंगे तब तक आपके लिए देश की आजादी का कोई महत्व नही है।

अगर आप भी "हक़ की आवाज़ फाउंडेशन" के साथ जोड़ना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट www.hqkiawaz.in पर जाएं या फिर हमसे इस नम्बर पर संपर्क करें- +917568835310

उम्मीद और आशा करते हैं कि आप सब भी हमारे साथ इस नेक कार्य से जुड़ेंगे और समाज कल्याण हेतु आगे आएंगे।

- सदस्य बनने का फॉर्म नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप ऑनलाइन भर सकते हैं।

👉 https://www.hqkiawaz.in/p/our-membership-form.html 


अगर आपके पास कोई सवाल हो तो Say Something में लिख-कर पूछ सकतें है। हमें ख़ुशी होगी आपके सवालों का जवाब दे कर।